Piyush Bansal Earns ₹1,800 Crore in Just 3 months! Lenskart IPO Sparks Valuation Debate

3 महीने में ही कमा डाले 1,800 करोड़! पीयूष बंसल तो वाकई 'शार्क' निकले, वैल्युएशन पर मचा बवाल

इतना हंगामा है क्यों बरपा, थोड़ी सी वैल्युएशन जो ज्यादा है. पीयूष बंसल का Lenskart IPO के ऊंचे वैल्युएशन को लेकर जवाब देने का अंदाज कुछ ऐसा ही लग रहा है. जिस भी मंच से पीयूष बंसल से लेंसकार्ट के वैल्युएशन को लेकर सवाल पूछा जा रहे है, वो ऐसा कुछ कहकर सवालों का डक कर रहे हैं कि उनका काम कस्टमर्स को वैल्यु बनाकर देना है. बस फिर क्या है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और बिजनेस चैनल्स लेंसकार्ट के वैल्युएशन को लेकर बवंडर खड़ा हो गया है. ग्रे मार्केट में प्रीमियम भी 108 रुपये से गिरकर 60-63 रुपये आ गया है. 


ये लाजिमी भी  है, क्योंकि हमने नायका, पेटीएम, जोमैटो और कारट्रेड जैसी कंपनियों के IPO के ऊंचे वैल्युएशन को देखा है और आज उनका क्या हाल है, वो भी देख रहे हैं. तो श्रीमान, ऊंट पहाड़ के नीचे आया है या वक्त ने पलटी मारी है, जो चाहे कह लें, शार्क टैंक वाले पीयूष बंसल जो पार्टिसिपेंट्स से उनकी वैल्युएशन को लेकर सवाल करते थे, आज उन्हीं सवालों के जवाब उनको देने पड़ रहे हैं, वो भी ठीक से नहीं दे पा रहे हैं.  

अब सवाल क्या उठ रहे हैं, हम सिर्फ उनके बारे में ही बात करेंगे.  

1- पहला सवाल तो उनके मुनाफे को लेकर ही है. साल 2022, 2023, 2024 में कंपनी को लगातर घाटा हो रहा था, लेकिन IPO से ठीक पहले FY2025 में कंपनी को 297 करोड़ रुपये का मुनाफा होता है. मुनाफा देखने में तो काफी प्रभावित करने वाला लगता है. लेकिन...इसमें एक पेंच है. इस 297 करोड़ रुपये के प्रॉफिट में 167 करोड़ रुपये सिर्फ ONE TIME गेन है और एक नॉन कैश अकाउंटिंग गेन है. जो कि Owndays के अधिग्रहण से मिले भुगतानों से जुड़ा है.ये सभी कुछ कंपनी के DRHP में बताया गया है. इसलिए प्रॉफिट के मोर्चे पर ये 297 करोड़ वास्तव में सिर्फ 130 करोड़ के आस-पास ही है. 

2- पीयूष बंसल ने तीन महीने पहले यानी जुलाई 2025 में लेंसकार्ट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए 200 करोड़ रुपये का लोन लिया था, तब उसकी वैल्युएशन 8,500 करोड़ रुपये थी.लेकिन जब IPO लेकर आए हैं, तो वैल्युएशन दी जा रही है 70,000 करोड़ रुपये की. तीन महीने में वैल्युएशन इतनी ज्यादा कैसे हो गई. यही सवाल पीयूष बंसल से बार बार पूछा जा रहा है, कि जब आपको लेना था तो आपकी वैल्युएशन 8,500 करोड़ और मार्केट को परोस रहे हैं तो 70,000 करोड़ रुपये क्यों, इसके पीछे क्या तर्क है? तो मिस्टर बंसल का जवाब है कि ये तो मार्केट तय करेगा, हम तो सिर्फ कस्टमर को वैल्यु देंगे.

3- पीयूष बंसल ने लेंसकार्ट में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए 18-24 जुलाई 2025 के दौरान 52 रुपये के भाव पर 4.27 करोड़ शेयर खरीदे थे. जो कि 222 करोड़ रुपये होती है और जो कि कंपनी में 2.5% हिस्सेदारी बनती है. इस हिस्सेदारी के बाद पीयूष बंसल की लेंसकार्ट में कुल हिस्सेदारी 10.28% है. 

अब जरा कैलुकलेशन देखिए - 

पीयूष ने 4.27 करोड़ शेयर 52 रुपये के भाव पर खरीदे यानी 222 करोड़  रुपये में लिए, जो कि 2.5% स्टेक है. अब मौजूदा GMP पर 486 का भाव लें तो ये निवेश बढ़कर अब हो चुका है 2075 करोड़ रुपये, यानी पीयूष बंसल तो लिस्टिंग से पहले ही 3 महीने में 1,853 करोड़ रुपये गेन हासिल करके जेब में डाल चुके हैं. इश्यू के बाद उनका कंपनी में स्टेक करीब 8.7% रहेगा. हालांकि स्टार्टअप की दुनिया में इतने ऊंचे वैल्युएशन पर पैसे बनाना कुछ नया नहीं है, लेकिन पीयूष बंसल ने इतने कम टाइम में जितना बड़ा गेन का गेम खेल है, वो काबिल-ए-तारीफ है. 

5- कंपनी का PE रेश्यो 235 है, ये तब है जब कंपनी सिर्फ पहली बार प्रॉफिट का स्वाद चखा है. लेकिन जैसा कि मैंने ऊपर बताया कि प्रॉफिट में अन्य आय भी शामिल है, जिसे हटा दें तो प्रॉफिट 130 करोड़ रुपये के आस-पास बैठता है. तो एक्चुअल PE तो 538 का होता है. 

मैं ये नहीं कह रहा हूं कि कंपनी आगे प्रॉफिट नहीं कमाएगी. हो सकता है आगे चलकर प्रॉफिट बढ़े. लेकिन करेंट लेवल पर 235 गुना PE क्या वाजिब लगता है. यानी क्या अभी आप 1 रुपये के मुनाफे पर 235 रुपये देना चाहेंगे. ये रेश्यो कुछ तिमाही नतीजों के बाद आता, जिसमें कंपनी ये साबित कर पाती कि उसके प्रॉफिट लगातार बढ़ रहा है. दूसरा सवाल ये कि क्या कंपनी 70,000 करोड़ रुपये के वैल्युएशन को मेनटेन करने के लिए उतना प्रॉफिट बना पाएगी, क्योंकि हमने देखा है कि स्टार्टअप्स वैल्युएशन तो ऊंचा लेकर आते हैं, लेकिन इसके बाद कई तिमाहियों तक मुनाफा कमाने के लिए जूझते हैं, उदाहरण के लिए आपके ओला, पेटीएम, नायका, कारट्रेड और जोमैटो मौजूद हैं. 

भले ही कंपनी का रेवेन्यू बढ़ रहा है और ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन भी बढ़ा है, लेकिन कंपनी इतना मोटा वैल्युएशन मेनटेन कर पाएगी या नहीं, ये बड़ी चुनौती है. इसके लिए कंपनी को अपनी अर्निंग्स को कई गुना बढ़ाना पड़ेगा. कंपनी को अपना मुनाफा कम से कम तीन गुना करना पड़ेगा, यानी 1000 करोड़ का मुनाफा लेकर आना होगा. 

हालांकि इसमें कोई शक नहीं कि लेंसकार्ट ने अपने सेक्टर में जो साम्राज्य खड़ा किया है, उसके आस-पास भी कोई नहीं है और कंपनी फ्यूचर ग्रोथ पर वैल्युएशन मांग रही है. इस IPO में आपको निवेश करना है या नहीं, ये आपके बुद्धि विवेक पर है.

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