Market Sell-Off Villains: Top 10 High-Valuation Stocks Behind Market Fall
बाजार की बिकवाली का विलेन कौन? इन 10 हाई वैल्युएशन शेयरों ने बाजार को झुकाया
क्या मझले और क्या छोटे, मुनाफावसूली की आंधी में आज सबके पैर उखड़ गए. शेयर बाजार की कहानी बीते कुछ दिनों से ट्रैजिक हो चली है. दुनिया में मची उथल-पुथल और अनिश्चितताओं ने विदेशी निवेशकों को उल्टे पैर भागने पर मजबूर कर दिया है, लेकिन उसे बैलेंस करने के लिए अपने घरेलू हीरो (DIIs) सीना ताने खड़े हैं. इसीलिए बाजार की तस्वीर उतनी बदरंग नहीं दिख रही है, क्योंकि सेंसेक्स और निफ्टी की गिरावट का रंग उतना लाल नहीं है, लेकिन जितनी भी है और जिसकी वजह से है, वो चिंता की बात है.
मिडकैप, स्मॉलकैप पर भारी दबाव
ब्रॉडर मार्केट, खासतौर पर मिडैकप और स्मॉलकैप इंडेक्स में आज तगड़ी गिरावट देखने को मिली है. मिडकैप इंडेक्स करीब 1% फिसला है, जबकि स्मॉलकैप में 1.5% तक की गिरावट रही. आखिर में BSE-लिस्टेड कंपनी की मार्केट कैप से केवल आज ही आज में 4 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए.
इन दोनों सेगमेंट के कुछ शेयरों ने बाजार पर भारी दबाव बनाया और लड़ाकू DIIs के अड़े रहने के बावजूद बाजार को झुकने पर मजबूर किया.
इनमें से कई बहुत ज्यादा वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहे हैं, तो कुछ 100x से भी ज्यादा P/E पर बैठे हैं. यानी नींव तो कमजोर है, लेकिन इमारत शानदार बनाकर बैठे हैं, इसलिए जमीन के कांपने पर भी ये भरभराकर गिर पड़े. नीचे उन शेयरों की पूरी लिस्ट दे रहा हूं. जिसमें उनके वैल्युएशन और आज की गिरावट बताई गई है.
इनमें से Eternal का शेयर जो कि 1560x के मल्टीपल पर है, आज 2.62% टूटा, जबकि बीते एक महीने में ये करीब 9% तक टूट चुका है. इसी तरह Delhivery, Aegis Vopak Terminals करीब 200x के मल्टीपल हैं. ये दोनों भी बीते एक महीने में 6-8% तक तक टूट चुके हैं. Delhivery को कमजोर मार्जिन और खर्चे बढ़ने के डर से सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है. हमें अच्छी तरह से याद है कि दिवाली से पहले कई शेयरों में एक बढ़िया रैली देखने को मिली थी, इसलिए निवेशक बोई गई फसल को काट रहे हैं, इसलिए नेटवेब, डिलीवरी, और ब्लू स्टार जैसी कंपनियों में तेज बिकवाली दिख ही है.
इस गिरावट के पीछे जो सबसे बड़े कारण थे, प्रॉफिट बुकिंग, घरेलू मोर्चे पर कोई ट्रिगर का न होना, कमजोर ग्लोबल मार्केट से संकेत और FII का लगातार मार्केट से पैसे निकालते जाना.
विदेशी निवेशक (FIIs) पिछले कुछ महीनों से लगातार मुनाफावसूली कर रहे हैं. खासतौर पर ऊंचे वैल्यूएशन और लिक्विडिटी-सेंसिटिव शेयरों से पैसा निकाल रहे हैं. इससे मिडकैप-स्मॉलकैप सेगमेंट पर सबसे ज्यादा दबाव पड़ा है. विदेशी निवेशक इस साल 2025 में अबतक 2.42 लाख करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं, मगर घरेलू निवेशकों ने भी मोर्चा जमकर संभाला हुआ है और इस साल अबतक 6.31 लाख करोड़ रुपये की खरीदारी कर चुके हैं.
अब बाजार में चल रहे इस करेक्शन को आप कैसे देखते हैं ये मैं आपके बुद्धि विवेक पर छोड़ता हूं, क्या आपको लगता है कि यह करेक्शन वैल्यूएशन के लिहाज से जरूरी था. हाई वैल्यू वाले शेयर अब अपनी असली जमीन तलाश कर पाएंगे, क्या आपको लगता है कि जैसे ही अपने सही स्तर पर आएं, इसमें एंट्री मारने का मौका बनेगा. जो भी है, आप कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं.
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