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Perplexity AI Sparks Debate: It Will Reveal Indian Politicians’ Stock Market Holdings

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शेयर बाजार में किस MP, MLA की कितनी होल्डिंग, Perplexity खोलेगा सबके राज़! ट्विटर या X पर एक बड़ी दिलचस्प चीज को लेकर बहस छिड़ती हुई दिखी. हुआ यूं कि Perplexity AI के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) अरविंद श्रीनिवास ने एक पोस्ट डाली, जिसमें उन्होंने ये बताया कि अमेरिका के राजनेताओं की शेयर बाजार में कितनी होल्डिंग है यानी किसी कंपनी के उनके पास कितने मैल्यू के शेयर हैं. इसकी जानकारी Perplexity Finance पर आ गई है.  इसके नीचे उन्होंने एक स्क्रीनशॉट की फोटो भी डाली. जिसमें अमेरिका के कुछ बड़ी राजनैतिक हस्तियों के नाम थे. जैसे नैंसी पेलोसी, एड केस, लॉरेल एम ली और कई लोग भी थे. जिसमें ये दिखाया गया था कि इन राजनेताओं की एप्पल में न्यूनतम और अधिकतम होल्डिंग कितनी है. इसे राजनीतिक स्टॉक डिस्क्लोजर को ज्यादा पारदर्शी और रिटेल निवेशकों के लिए ज्यादा आसान बनाने के लिए पेश किया गया है.  यहां तक तो ठीक था, फिर एक दूसरा पोस्ट दिखा जिसमें उन्होंने लिखा कि भारतीय राजनेताओं की भारतीय शेयर बाजार में कितनी होल्डिंग है, ये भी कुछ हफ्तों में आने वाला है. इसने X पर बहस छेड़ दी. मुद्दा ही ऐसा था. लोगो...

Lenskart IPO Anchor Book Receives Rs 68,000-Crore Bids, 10 times Higher than issue size

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ऊंचे वैल्युएशन के सवालों के बीच लेंसकार्ट की एंकर बुक को धमाल रिस्पॉन्स; क्या अब रिटेल की बारी?   ऊंचे वैल्युएशन को लेकर मच रहे तमाम शोर के बीच लेंसकार्ट की एंकर बुक को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है. लेंसकार्ट के IPO एंकर बुक को ₹68,000 करोड़ की बोलियां मिली हैं. जो कुल इश्यू साइज 7,278 करोड़ रुपये का करीब 10 गुना है. एंकर बुक खुद भी 20 गुना ज्यादा सब्सक्राइब हुई. विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से एंकर बुक को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है उन्होंने इसमें 52% का योगदान दिया है, जबकि घरेलू निवेशकों का योगदान 48% रहा.  हालांकि अंत में लेंसकार्ट ने प्री-IPO में 147 एंकर निवेशकों से ₹3,268.36 करोड़ जुटाए हैं, जो अपर प्राइस बैंड ₹402 रुपये पर है. इन 147 एंकर निवेशकों को 8,13,02,412 इक्विटी शेयर अलॉट किए गए हैं.  ये IPO आज यानी 31 अक्टूबर से खुल गया है और मंगलवार 4 नवंबर को बंद होगा. इसका लॉट साइज 37 शेयरों का है, यानी न्यूनतम 37 शेयर तो लेने ही होंगे, इसके बाद 37 के मल्टीपल में बोली लगा सकते हैं.  8.13 करोड़ शेयरों में से 2.87 करोड़ शेयर (35.34%) 59 स्कीम्स के जरिए 21 घरेलू म्...

Piyush Bansal Earns ₹1,800 Crore in Just 3 months! Lenskart IPO Sparks Valuation Debate

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3 महीने में ही कमा डाले 1,800 करोड़! पीयूष बंसल तो वाकई 'शार्क' निकले, वैल्युएशन पर मचा बवाल इतना हंगामा है क्यों बरपा, थोड़ी सी वैल्युएशन जो ज्यादा है. पीयूष बंसल का Lenskart IPO के ऊंचे वैल्युएशन को लेकर जवाब देने का अंदाज कुछ ऐसा ही लग रहा है. जिस भी मंच से पीयूष बंसल से लेंसकार्ट के वैल्युएशन को लेकर सवाल पूछा जा रहे है, वो ऐसा कुछ कहकर सवालों का डक कर रहे हैं कि उनका काम कस्टमर्स को वैल्यु बनाकर देना है. बस फिर क्या है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और बिजनेस चैनल्स लेंसकार्ट के वैल्युएशन को लेकर बवंडर खड़ा हो गया है. ग्रे मार्केट में प्रीमियम भी 108 रुपये से गिरकर 60-63 रुपये आ गया है.  ये लाजिमी भी  है, क्योंकि हमने नायका, पेटीएम, जोमैटो और कारट्रेड जैसी कंपनियों के IPO के ऊंचे वैल्युएशन को देखा है और आज उनका क्या हाल है, वो भी देख रहे हैं. तो श्रीमान, ऊंट पहाड़ के नीचे आया है या वक्त ने पलटी मारी है, जो चाहे कह लें, शार्क टैंक वाले पीयूष बंसल जो पार्टिसिपेंट्स से उनकी वैल्युएशन को लेकर सवाल करते थे, आज उन्हीं सवालों के जवाब उनको देने पड़ रहे हैं, वो भी ठीक से नहीं दे पा रहे ह...

Nvidia’s $5 Trillion Milestone: Bigger than many nations

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 Nvidia बनी पहली 5 ट्रिलियन कंपनी; भारत, जापान, UK की इकोनॉमी से भी बढ़ी!   एक तरफ जहां दुनिया की ट्रेडिशनल कंपनियां अपने तिमाही नतीजों को सुधारने के लिए माथापच्ची कर रही हैं, तो दूसरी ओर सेमीकंडक्टर और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी AI का पर्याय बन चुकी Nvidia महज दो साल में ही वो कर दिखाया है, जिसे दूसरी कंपनियां कई दशकों में भी हासिल नहीं कर सकी हैं.  Nvidia दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है, जिसका मार्केट कैप 5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर चुका है.ये सिर्फ एक विशाल आंकड़ा नहीं है, बल्कि इस बात की तस्दीक है कि दुनिया एक क्रांतिकारी सोच का खुले हथों से स्वागत कर रही है, जिसका नाम है आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस. Nvidia की ये ऊंचाई वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक बड़ा बदलाव है.  Nvidia के GPU अब सिर्फ हार्डवेयर नहीं रह गए हैं, बल्कि वो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में ChatGPT से लेकर की की स्वायत्त फैक्ट्रियों को ईंधन दे रहे हैं  Nvidia का 5 ट्रिलियन का मार्केट कैप उसके सभी कंपटीटर्स AMD, Intel, Broadcom, TSMC, Micron, ASML, Lam Research, Qualcomm और Arm Holdings की कुल मार्...

No Sales, No Profit, Only Returns! 8 Stocks With 500%–11,000% Returns and Empty Balance Sheets

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बिना कारोबार, शेयर गुलज़ार! मल्टीबैगर रिटर्न वाले 8 'तिलस्मी' शेयर मल्टीबैगर का नाम सुनकर अगर आप भी उत्साहित हो जाते हैं और इंटरनेट पर ऐसे स्टॉक्स खोजने लगते हैं जिनमे फट से पैसा डाला झट से मोटा मुनाफा कमाया तो थोड़ा संभल जाइए, हर पीली चीज सोना नहीं होती है. कई कंपनियों ने बीते एक साल में कई सौ परसेट का रिटर्न दिया है.  लेकिन जब उनके फंडामेंल्स और फाइनेंशियल्स खंगाले तो अंदर से ये कंपनियां बिल्कुल खोखली निकलीं. न कोई कमाई और न कोई प्रॉफिट, बस रिटर्न ही रिटर्न. मैं आपको ऐसे 8 'तिलस्मी' स्टॉक्स के बारे में बताने जा रहा हूं जिनके बंपर रिटर्न को देखकर शायद आपकी लार टपक जाए, लेकिन ये मृग मरीचिका आपको लंबे वनवास में पहुंचा सकती है. दी गई जानकारी सिर्फ आपको जागरुक करने के लिए है, निवेश से संबंधित सलाह नही है.  Omansh Ent 1974 में शुरू हुई इस कंपनी के शेयरों की चाल देखकर किसी का भी जी ललचा जाएगा. टेक्सटाइल, स्टील और इलेक्ट्रिकल गुड्स के बिजनेस से जुड़ी इस कंपनी ने बीते एक साल में 11,000 परसेंट से ज्यादा का रिटर्न दिया है. 29 अक्टूबर 2024 को इस कंपनी के शेयर का भाव 1.29 रुपये था...

Top 10 Hospital Stocks Analysis: Which Hospital Stock Wins on Growth & Value

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Top 10 Hospital Stocks Analysis: कैसी है देश के टॉप अस्पताल शेयरों की सेहत डॉक्टर भगवान है, तो अस्पताल मंदिर, लेकिन देश का हॉस्पिटल सेक्टर इस 'सोशल सर्विस' से आगे बढ़कर हाई मार्जिन, हाई ग्रोथ और मुनाफा कमाने का बिजनेस भी है. देश के अस्पतालों की सेहत कैसी है, हम यहां पर लिस्टेड प्राइवेट अस्पतालों की बात कर रहे हैं. उनका बिजनेस कैसा चल रहा है. उनकी ग्रोथ कैसी है. इसे लेकर एनालिसिस किया है. इसमें उन अस्पतालों को लिया है, जिनकी मार्केट कैप 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है.  Max Healthcare  मैक्स हेल्थकेयर भारत के सबसे बड़ी अस्पताल चेन में से एक है. इसके अस्पताल दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के NCR में हैं, जिनकी कुल संख्या 22 है, जिनमें कुल बेड्स की संख्या 5300 से ज्यादा बेड हैं. इसकी मार्केट कैप 1,15,715 करोड़ रुपये है. इसका प्राइस टू-इक्विटी रेश्यो 96 है, जबकि PEG 4.28 है, यानी स्टॉक महंगा है. इसका ARPOB - Average Revenue Per Occupied Bed काफी अच्छा है, जो कि 77,000 रुपये है.  Apollo Hospitals  40 साल से ज्यादा लंबे अनुभव वाले इस अस्तपाल ...

Top Countries Pouring FII Billions into India: Full 2025 Breakdown

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पलट-पलट और पलट गए FIIs?   दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे में शाहरुख खान कंधे पर गिटार टांगे और दोनों गालों पर डिंपल लिए, जब काजोल के लिए 'पलट-पलट' कहते हैं, तो इस बात से बेखबर काजोल भी पलटती हैं और थियेटर में सीटियां बज उठती हैं. ये फिल्म का सीन आजकल FIIs पर फिट बैठ रहा है. FIIs पलट-पलट कर भारतीय बाजार की ओर लौट ही आते हैं. बीते तीन महीनों से विदेशी निवेशक भारतीय बाजारों से माल समेटकर निकल रहे थे, तभी 28 अक्टूबर को जब भारतीय बाजार दिशा के लिए भटक रहा था, FIIs ने 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदारी कर डाली. जो कि 26 जून 2025 के बाद दूसरी सबसे बड़ी खरीदारी है.  खरीदारी की असल वजह क्या है? लेकिन यहां पर एक बात समझने वाली है वो ये कि FIIs ने भले ही 10,000 करोड़ रुपये की खरीदारी दिखाई है, लेकिन ये नया पैसा निवेश नहीं किया गया है, बल्कि उन्होंने अपनी फ्यूचर्स पोजीशन को कैश में कन्वर्ट किया है. FIIs स्टॉक फ्यूचर्स में भी ट्रेड करते हैं. 28 अक्टूबर को अनिवार्य मंथली डेरिवेटिव एक्सपायरी थी, जिसमें या तो उन्हें रोलओवर करना होता है या फिर डिलीवरी लेनी होती है. FIIs के पास 1.39 मिलि...

Retail Owners, No Promoters: 10 Stocks to watch in 2025

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इन 10 कंपनियों में प्रमोटर नहीं, रिटेलर हैं मालिक! कहीं आपके पोर्टफोलियो में तो नहीं? शेयर बाजार में ऐसी ढेरों कंपनियां हैं, जिनमें प्रमोटर्स होल्डिंग या तो जीरो है, या नहीं के बराबर है, ऐसी कंपनियों में रिटेल निवेशक बैठे हैं या फंसे है जो भी कह लें. मैं ऐसी 10 कंपनियों के बारे में बताने जा रहा हूं, जिनमें सबसे बड़ी होल्डिंग रिटेल निवेशकों की है, यानी रिटेलर ही इस कंपनी के असली मालिक हैं, ऐसा समझ लीजिए. FIIs और DIIs ने भी इन कंपनियों को दूर से ही नमस्कार किया है. इसलिए अगर आप भी इनमें से किसी कंपनी में हैं तो तुरंत अपने निवेश सलाहकार को फोन घुमाएं और उनसे सलाह लें. बाकी मेरा काम जानकारी देने का है, तो मैं दे रहा हूं.    इस ब्लॉग में ताजा शेयरहोल्डिंग के आंकड़ों के आधार पर, ऐसे 10 शेयरों की लिस्ट निकाली है. जिनमें रिटेल निवेशकों की ओनरशिप 37% से ज्यादा है, किसी में ये 60% से ज्यादा है. ये कंपनियां IT, टेलीकॉम, रियल एस्टेट, इंजीनियरिंग सेक्टर से हैं.  Note: रिटेल निवेशक वो होते हैं जिनकी होल्डिंग 2 लाख रुपये तक होती है, 2 लाख रुपये से ज्यादा की होल्डिंग वाले HNIs कैटेगरी मे...

Vodafone Idea, Ola Electric, Swiggy: Why These 10 Market Leaders Can’t Stop Bleeding Money

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बड़ा नाम, घाटे का काम! 10 दिग्गज कंपनियां जो सिर्फ नुकसान झेल रहीं नाम बड़े और दर्शन छोटे, या यूं कहें कि नाम बड़े और घाटा उससे भी ज्यादा बड़ा. देश में ऐसी कई लिस्टेड कंपनियां हैं जो मुनाफे के मुंह देखने के लिए तरस रही हैं और उनका घाटा पहाड़ की तरह उनके सामने खड़ा हो रहा है. ये कंपनियां हर सेक्टर से हैं, बैंकिंग, इलेक्ट्रिक व्हीकल, ई-कॉमर्स, एविएशन, लिस्ट काफी लंबी है. ये कंपनियां हमारी और आपकी जिंदगी से किसी ने किसी रूप में शामिल भी है. लेकिन सवाल यही है कि घाटा क्यों है, क्या ये कभी इस घाटे से उबर भी पाएंगी या नहीं. जानने की कोशिश करते हैं.  1. Vodafone Idea टेलीकॉम सेक्टर की इस दिग्गज कंपनी के अच्छे दिन कभी आए ही नहीं. इस कंपनी का FY25 में घाटा 27,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का है. हालांकि FY24 के मुकाबले घाटा थोड़ा कम जरूर हुआ है, पिछले वित्त वर्ष में घाटा -31,236 करोड़ रुपये रहा था. FY2020 में कंपनी का घाटा सबसे ज्यादा -73,132 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था.  कंपनी के घाटे की कोई एक वजह नहीं है, लेकिन सबसे बड़ी वजह है AGR बकाया का मुद्दा. अभी लेटेस्ट खबर ये आई है कि सुप्री...

Shareholder Perks in India: Buy These 10 Stocks for Exclusive Discounts & Offers

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Shareholder Perks: इन 10 स्टॉक्स से पाएं होटल, खाना, जूते, कपड़ों पर छूट देश की कुछ कंपनियां अपने शेयरहोल्डर्स का बेहद खास ख्याल रखती हैं. उन्हें कंपनी के प्रोडक्ट्स या सर्विसेज पर स्पेशल डिस्काउंट या ऑफर देती हैं. ये रिवॉर्ड्स या तोहफे शेयरहोल्डर्स को कंपनी में उनके निवेश पर मिलने वाले फाइनेंशियल रिटर्न्स जैसे कि डिविडेंड और शेयरों की ग्रोथ से अलग होते हैं. इस तरह के डिस्काउंट्स से ब्रैंड लॉयलिटी को बढ़ावा मिलता है, कंपनी और शेयरहोल्डर्स के बीच रिश्तों को मजबूती देता है.  इसके अलावा ये बेनेफिट्स कंपनी के लिए इंगेजमेंट और मार्केट पहुंच को बढ़ाने के लिए एक टूल का भी काम करते हैं. डिस्काउंट से रिटेल निवेशक आकर्षित होते हैं, जिससे कंपनी के शेयरों की डिमांड बढ़ती है जिससे शेयरों का भी भाव बढ़ता है. अगर आपके पास भी इन कंपनियों के शेयर हैं, तो ये बेनेफिट्स आपको भी मिल सकते हैं.  कौन-कौन सी कंपनियां शेयरहोल्डर्स को देती हैं तोहफे 1. Trident  ट्राइडेंट ग्रुप (Trident Group) अपने शेयरहोल्डर्स को mytrident.com पर 25% का डिस्काउंट देता है. जो साइट-वाइड ऑफर के साथ जुड़ा है. कूपन कोड ...